मुंगेली।
मुंगेली जिले के विभिन्न सरकारी विभागों में मीडिया के प्रति लगातार उपेक्षापूर्ण रवैया देखने को मिल रहा है। विभाग प्रमुखों द्वारा सरकारी कार्यक्रमों की जानकारी न देना और प्रेस को आयोजन से दूर रखना अब आम बात हो गई है। पत्रकारों का कहना है कि प्रशासनिक पारदर्शिता की बात करने वाले अधिकारी खुद अपने विभागीय कार्यक्रमों को छुपाने की कोशिश में लगे हैं।

जानकारी के अनुसार, हाल ही में पथरिया विकासखंड में दो प्रमुख सरकारी कार्यक्रम सम्पन्न हुए — एक कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान हितैषी किसान मेला कार्यक्रम तथा दूसरा पशुधन विभाग द्वारा आयोजित पशु स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर। दोनों ही कार्यक्रमों में मीडिया को आमंत्रित नहीं किया गया। कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद जनसंपर्क विभाग से समाचार प्रकाशित होने पर पत्रकारों को इसकी जानकारी मिली।
इस पूरे घटनाक्रम से जिले के पत्रकारों में नाराजगी का माहौल है। उनका कहना है कि जब सरकारी विभाग मीडिया को केवल “प्रचार तंत्र” समझने लगते हैं, तो लोकतंत्र की पारदर्शिता पर सवाल उठना स्वाभाविक है। पत्रकारों का कहना है कि ऐसे मामलों पर जिला प्रशासन संज्ञान ले और सभी विभागों को निर्देशित करे कि वे किसी भी सार्वजनिक या सरकारी कार्यक्रम की पूर्व जानकारी प्रेस को जनसंपर्क कार्यालय के माध्यम से अनिवार्य रूप से दें।
पत्रकारों का यह भी कहना है कि यदि विभागीय अधिकारी मीडिया को लगातार कार्यक्रमों से दूर रखेंगे, तो यह विभाग प्रमुख की तानाशाही और गड़बड़ियां छुपाने की कोशिश है आम जनता तक सरकारी योजनाओं की सही जानकारी पहुँचाने में भी बाधा भी है।