शिक्षा गुणवत्ता सुधार को लेकर कलेक्टर ने दिए निर्देश
शिक्षा की गुणवत्ता और बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधार पर कलेक्टर सख्त
50% से कम परिणाम वाले स्कूलों को चेतावनी, सुधार लाने वालों को पुरस्कार
सारंगढ़-बिलाईगढ़, 06 अगस्त 2025/
जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने और बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों में सुधार हेतु कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने सख्त तेवर दिखाए हैं। कलेक्टर ने जिले के प्राचार्यों, विकासखंड शिक्षा अधिकारियों, बीआरसी अधिकारियों के साथ बैठक कर स्कूलों की शैक्षणिक स्थिति की गहन समीक्षा की।
बैठक में दसवीं एवं बारहवीं बोर्ड परीक्षा के परिणामों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने उन स्कूलों को चिन्हित किया जिनका परीक्षा परिणाम 50% से भी कम रहा है। उन्होंने ऐसे स्कूलों के प्राचार्यों को सख्त निर्देश देते हुए चेताया कि यदि आगामी सत्र में परिणामों में सुधार नहीं हुआ, तो कार्रवाई की जाएगी।
🏫 छात्रों की उपस्थिति और अनुशासन पर विशेष जोर
कलेक्टर ने जिन स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति कम पाई गई, उन पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि प्रत्येक शिक्षक को बच्चों के पालकों से संपर्क कर उन्हें स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करना चाहिए। अनुपस्थित बच्चों के घर जाकर संपर्क करने की भी हिदायत दी गई।
🏆 बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को पुरस्कार
कलेक्टर डॉ. कन्नौजे ने कहा कि 40% से 90% तक परीक्षा परिणाम में सुधार करने वाले स्कूलों को जिला प्रशासन की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा, ताकि बाकी स्कूलों को भी प्रेरणा मिले।
📚 मासिक टेस्ट और मॉडल पेपर की व्यवस्था
10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए पिछले 5 वर्षों के मॉडल प्रश्नपत्रों के आधार पर हर महीने परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे छात्रों की तैयारी मजबूत हो और बोर्ड परीक्षा में सुधार हो।
👣 सतत निगरानी और स्कूलों का दौरा आवश्यक
शिक्षा व्यवस्था में सुधार हेतु जिला, विकासखंड और बीआरसी अधिकारियों को नियमित रूप से स्कूलों का दौरा करने के निर्देश दिए गए हैं। जिन स्कूलों का परीक्षा परिणाम 50% से नीचे है, उनके लिए जिला स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
🚫 नो टोबैको ज़ोन पर सख्ती
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि स्कूल परिसरों के 100 मीटर के दायरे में नो टोबैको ज़ोन घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार की तंबाकू उत्पाद की बिक्री पाए जाने पर एसडीएम को सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं।
🧭 नैतिक शिक्षा और सामाजिक जागरूकता पर भी जोर
कलेक्टर ने सभी स्कूलों में बच्चों को नैतिक मूल्यों जैसे कि ट्रैफिक नियम, पर्यावरण संरक्षण, लैंगिक भेदभाव, बाल विवाह रोकथाम, बुजुर्गों का सम्मान, स्वच्छता आदि विषयों पर भी शिक्षित करने की बात कही, ताकि वे भविष्य में एक जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
👨👩👧👦 पालकों से अपील
कलेक्टर डॉ. कन्नौजे ने पालकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें। उन्होंने बताया कि युक्तिकरण के बाद शिक्षकों की कमी की समस्या को दूर कर लिया गया है, अब बच्चों की उपस्थिति और शिक्षा पर ध्यान देना जरूरी है।
