रायपुर, 29 मई 2025:
छत्तीसगढ़ सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल जल जीवन मिशन में लापरवाही अब ठेकेदारों पर भारी पड़ रही है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHED) ने मुंगेली जिले में काम में ढिलाई बरतने वाले 70 ठेकेदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि निर्धारित समयसीमा में कार्य पूरे नहीं हुए, तो संबंधित ठेकेदारों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

सचिव के निरीक्षण के बाद सख्त रुख
जल जीवन मिशन के सचिव श्री मोहम्मद कैसर अब्दुल हक के हालिया मुंगेली दौरे के दौरान यह लापरवाही उजागर हुई। उन्होंने कलेक्टर श्री कुंदन कुमार के साथ विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे पेयजल परियोजनाओं का निरीक्षण किया, जहां यह सामने आया कि कई योजनाएं तय समय से काफी पीछे चल रही हैं।
निरीक्षण में पाया गया कि कार्यों में ठेकेदारों की लापरवाही और उदासीनता एक मुख्य कारण है। इसके बाद हुई समीक्षा बैठक में श्री हक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यों की प्रगति तुरंत तेज की जाए और लापरवाह ठेकेदारों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
सरकार की स्पष्ट प्राथमिकता – शुद्ध पेयजल
श्री हक ने कहा, “ग्रामीणों को समय पर शुद्ध और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। इस मिशन में किसी भी तरह की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
यह कार्रवाई जल जीवन मिशन की गंभीरता और शासन की जवाबदेही को दर्शाती है। आने वाले दिनों में कार्य में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए निगरानी और भी कड़ी की जाएगी।