पुलिस ने शुरू किया साइबर सुरक्षा संवाद कार्यक्रम


बलरामपुर, 16 अक्टूबर 2025।
आईजी सरगुजा रेंज दीपक कुमार झा ने आज बलरामपुर जिले से “साइबर सुरक्षा संवाद कार्यक्रम” की शुरुआत की। इस पहल का उद्देश्य आम नागरिकों, विशेषकर छात्रों और ग्रामीणों को साइबर अपराधों से बचाव के प्रति जागरूक करना है ताकि कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन ठगी या डिजिटल धोखाधड़ी का शिकार न बने।



कार्यक्रम में साइबर ठगी के शिकार नागरिकों ने अपने अनुभव साझा किए। जिन लोगों ने ठगी की रिपोर्ट कर राशि वापस प्राप्त की, उन्होंने अपनी सूझबूझ से सभी को सतर्क रहने की प्रेरणा दी।

आईजी दीपक कुमार झा ने कहा कि आधुनिक युग में साइबर फ्रॉड एक गंभीर सामाजिक चुनौती बन चुका है। अपराधी हर दिन नए तरीके खोज रहे हैं, लेकिन जागरूक नागरिक ही उनके इरादों को नाकाम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी अनजान कॉल, लिंक, APK फ़ाइल या ओटीपी साझा करने से बचें। यदि कोई व्यक्ति ठगी का शिकार हो जाए तो तुरंत हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें तथा नजदीकी थाना या चौकी में रिपोर्ट करें।

संवाद के दौरान आईजी ने छात्रों द्वारा पूछे गए सवालों का धैर्यपूर्वक उत्तर दिया और साइबर सुरक्षा से संबंधित उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि पुलिस तभी प्रभावी होती है जब जनता उससे खुलकर संवाद करे। सरगुजा रेंज में शुरू की गई क्यूआर कोड सुविधा के बारे में बताते हुए उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे पुलिस सेवाओं पर अपने सुझाव और अनुभव साझा कर इस जनहितकारी पहल को सफल बनाएं।

कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने कहा कि साइबर ठगी से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है सतर्कता। किसी भी लालच या इनाम के झांसे में न आएं। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे जो भी जानकारी इस कार्यक्रम से सीखें, उसे अपने परिवार और गांव में जरूर साझा करें। उन्होंने सलाह दी कि ऑनलाइन लेनदेन में मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें, संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा करने से बचें।

पुलिस अधीक्षक वैभव बेंकर ने कहा कि साइबर ठग अब नौकरी, इनाम, नकली लिंक या वीडियो कॉल के जरिए लोगों को जाल में फंसा रहे हैं। बलरामपुर पुलिस लगातार जागरूकता अभियान चला रही है और अपने सोशल मीडिया पेज पर साइबर अपराध से बचाव संबंधी वीडियो व पोस्ट साझा कर रही है। उन्होंने बताया कि अपराध की रोकथाम तभी संभव है जब जनता खुद जागरूक रहे। उन्होंने “Stop – Think – Take Action” का मंत्र दिया।

कार्यक्रम के समापन अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्वदीपक त्रिपाठी ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक वैभव बेंकर द्वारा आईजी दीपक कुमार झा, कलेक्टर राजेन्द्र कटारा और डीएफओ आलोक कुमार वाजपेयी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में एएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी, रक्षित निरीक्षक विमलेश देवांगन, थाना प्रभारी भपेंद्र साहू, निरीक्षक राजेन्द्र यादव, निरीक्षक कुमार चंदन सिंह, उप निरीक्षक हिम्मत सिंह शेखावत (साइबर सेल प्रभारी), उप निरीक्षक ओम पटेल (चौकी प्रभारी गणेशमोड) सहित पुलिस अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक, छात्र-छात्राएं और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य एन.के. देवांगन, शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर ने किया।

संदेश का सार:
“सतर्क नागरिक ही सुरक्षित नागरिक हैं। साइबर अपराध रोकने का सबसे बड़ा हथियार है जागरूकता। 1930 पर कॉल करें, cybercrime.gov.in पर शिकायत करें और खुद भी जागरूक बनें — दूसरों को भी जागरूक करें।”

Nawabihan
Author: Nawabihan

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *