बलरामपुर। (संतोष कश्यप ब्यूरो )जिले में साइबर ठगी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस को दो अलग-अलग मामलों में बड़ी सफलता मिली है। साइबर ठगों को किराए पर बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।


पहला मामला – 3000-5000 रुपये में दिए थे बैंक खाते
थाना कोतवाली क्षेत्र में पुलिस जांच के दौरान सामने आया कि ग्राम मानिकपुर, थाना चलगली निवासी अमरेश पाल (21 वर्ष), पिता अर्जुन पाल ने एचडीएफसी और सेंट्रल बैंक में अपने नाम से खाते खोलकर साइबर ठगों को किराए पर दिए थे। वह सेविंग अकाउंट के लिए 3000 रुपये और करंट अकाउंट के लिए 5000 रुपये प्रति माह लेता था।
इन खातों के माध्यम से देशभर में ऑनलाइन ठगी की रकम ट्रांजेक्ट की गई थी। आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई, जिसमें उसने अपराध स्वीकार किया। इसके बाद उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।
इस कार्रवाई में भापेन्द्र साहू, सउनि राधेश्याम विश्वकर्मा, प्रधान आरक्षक शैलेन्द्र तिवारी और आरक्षक सचिन सिंह का सराहनीय योगदान रहा।
दूसरा मामला – 20 लाख से अधिक का संदिग्ध ट्रांजेक्शन
थाना रामानुजगंज क्षेत्र में साइबर ठगों को बैंक खाता उपलब्ध कराने के मामले में संदीप सिंह (20 वर्ष), पिता राजाराम सिंह, निवासी ग्राम धमनी, थाना त्रिकुंडा को गिरफ्तार किया गया।
जानकारी के मुताबिक आरोपी ने 2023 में एक ऑनलाइन एड देखकर अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर किया था। ठगों ने उसे हर माह कमीशन का लालच देकर केनरा बैंक रामानुजगंज में खाता खुलवाया और पासबुक व एटीएम डाक से भेजने को कहा।
जांच में उसके खाते में ₹20,82,000 का संदिग्ध ट्रांजेक्शन मिला, जिसमें 13 ऑनलाइन साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज हैं। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रामानुजगंज निरीक्षक अजय साहू, सहायक उपनिरीक्षक कल्याण सिंह और प्रधान आरक्षक नारायण तिवारी की विशेष भूमिका रही।