मुंगेली, 12 सितम्बर 2025।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के नेतृत्व में मुंगेली पुलिस द्वारा संचालित “पहल जन जागरूकता अभियान” ने नई उपलब्धि दर्ज की है। इस अभियान के अंतर्गत जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के 32 हजार से अधिक बच्चों को जागरूक किया गया।

अभियान में बच्चों को विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी दी गई, जिनमें—नई जिंदगी की पहल, अनुशासित जीवन की पहल, अच्छे विचारों की पहल, पूर्ण शिक्षा की पहल, अपराध और साइबर धोखाधड़ी से बचने की पहल, यातायात नियमों को अपनाने की पहल और सुनहरे भविष्य की पहल शामिल रहे। बच्चों को प्रेरित किया गया कि वे इन बातों को जीवन में अपनाकर सुरक्षित और सफल जीवन जी सकें।

पहल सम्मान समारोह
इस अवसर पर आयोजित पहल सम्मान समारोह में यूनिसेफ रायपुर की चाइल्ड प्रोटेक्शन स्पेशलिस्ट चेतना देसाई मुख्य अतिथि रहीं, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने की। विशेष अतिथियों में एडीएम, अपर कलेक्टर निष्ठा पांडे और समाजसेवी शैलजा स्वामी शामिल हुईं। जिले के समस्त पुलिस अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। 32 हजार से अधिक बच्चों और आम नागरिकों को अपराध, साइबर धोखाधड़ी, मोबाइल और ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड, महिलाओं एवं बच्चों से जुड़े अपराधों और समाज में व्याप्त कुप्रथाओं के खिलाफ जागरूक करने हेतु प्रयासों की सराहना की गई।
अभियान का मुख्य फोकस साइबर सुरक्षा, हेल्पलाइन नंबर 1930 की जानकारी, पास्को एक्ट, महिलाओं की सुरक्षा और मोबाइल फोन से होने वाले धोखाधड़ी से बचाव पर केंद्रित रहा।
पुलिस अधीक्षक का संदेश
भोजराम पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीवन को सफल बनाने के लिए समय का महत्व समझना जरूरी है। उन्होंने बच्चों को ईमानदारी और मेहनत के साथ आज का सर्वश्रेष्ठ करने की प्रेरणा दी और मोबाइल के सही उपयोग की अहम जानकारी साझा की।
यूनिसेफ का संदेश
यूनिसेफ की प्रतिनिधि चेतना देसाई ने मुंगेली पुलिस की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान बच्चों और महिलाओं से संबंधित अपराधों के खिलाफ जागरूकता फैलाने का प्रभावी माध्यम है। उन्होंने अभियान को निरंतर जारी रखने की सलाह दी।
पुलिस और मीडिया सहयोग
कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों और पत्रकारों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मीडिया की भूमिका को समाज की बुराइयों को दूर करने और अपराध रोकथाम में अहम बताते हुए पुलिस-मीडिया के बीच सकारात्मक संवाद की सराहना की गई।