मुंगेली, 12 अक्टूबर 2025:
जिले में सायबर सुरक्षा, नशा मुक्ति और यातायात सुरक्षा के क्षेत्र में मुंगेली पुलिस की अभिनव पहल “पहल – एक व्यापक सुरक्षा, जनभागीदारी एवं सकारात्मक बदलाव कार्यक्रम” लगातार उल्लेखनीय परिणाम दे रही है। पुलिस अधीक्षक मुंगेली के मार्गदर्शन में मई 2025 से प्रारंभ इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को जागरूक कर अपराध नियंत्रण, नशा उन्मूलन और सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना है।
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🔹 कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियाँ:
1. शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता:
जिले के स्कूलों और कॉलेजों में छात्र प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित कर सायबर सुरक्षा, नशा उन्मूलन और यातायात अनुशासन पर विशेष सत्र आयोजित किए गए।

2. कोटवार प्रशिक्षण:
प्रत्येक ग्राम के कोटवारों को 3-दिवसीय प्रशिक्षण देकर सायबर सुरक्षा और नशा उन्मूलन के संदेशों से अवगत कराया गया, जिससे गांव स्तर पर एक सशक्त सूचना तंत्र विकसित हुआ।

3. बीट प्रणाली का सुदृढ़ीकरण:
जिले के सभी गांवों को 148 बीट क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक बीट में पुलिस प्रभारी और ग्राम प्रतिनिधियों को जोड़कर सूचना और जनजागरूकता के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप बनाए गए।

4. चलित थाना एवं जनसंवाद:
प्रमुख ग्रामों में ‘‘चलित थाना’’ लगाकर ग्रामीणों से सीधे संवाद स्थापित किया गया, जिससे पुलिस-जन सहयोग मजबूत हुआ।

5. नशा मुक्ति सम्मेलन:
नशे के शिकार युवाओं और उनके परिजनों को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक किया गया और पुनर्वास की दिशा में प्रेरित किया गया।
🔹 कार्यक्रम की प्रमुख उपलब्धियाँ:
अपराध नियंत्रण में सुधार:
लूट प्रकरणों की बरामदगी दर: 2024 में 66.60% से बढ़कर 2025 में 68.57%
नकबजनी प्रकरणों में 6.68% से बढ़कर 59.20%
साधारण चोरी में 54.85% से बढ़कर 61.24%
यह दर्शाता है कि जनता की भागीदारी से पुलिस की कार्यकुशलता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
महिला एवं बाल अपराधों में कमी:
पिछले महीनों में महिला और बाल अपराधों में उल्लेखनीय गिरावट आई है। गुमशुदगी के मामलों में भी स्पष्ट कमी दर्ज की गई है।

सड़क दुर्घटनाओं में कमी:
यातायात जागरूकता अभियानों के परिणामस्वरूप सड़क दुर्घटनाओं और मृतकों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट आई है।
नशा उन्मूलन में सख्त कार्रवाई:
गांजा और ब्राउन शुगर के अवैध व्यापार पर कठोर कार्रवाई से जिले में मादक पदार्थों की आपूर्ति और खपत में गिरावट आई है।

सायबर अपराध पर नियंत्रण:
सरगांव थाना क्षेत्र में सायबर ठगी के मामलों में शीघ्र कार्रवाई से ₹15 लाख से अधिक राशि होल्ड की गई।
वर्ष 2024 में सायबर ठगी की कुल राशि ₹1.33 करोड़ थी, जो 2025 में घटकर ₹1.18 करोड़ रह गई — यह सायबर जागरूकता अभियानों के सकारात्मक परिणाम को दर्शाता है।

जनभागीदारी से सफलता की ओर कदम
“पहल” कार्यक्रम ने न केवल अपराध नियंत्रण और नशा उन्मूलन में सफलता दिलाई है, बल्कि जनता में पुलिस के प्रति भरोसे को भी सुदृढ़ किया है। मुंगेली पुलिस का यह मॉडल अब अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन सकता है।

