बलरामपुर, 02 अगस्त 2025 – प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त जारी की। उत्तर प्रदेश के वाराणसी से कार्यक्रम का संचालन करते हुए उन्होंने देश के 9 करोड़ 70 लाख से अधिक किसानों के खातों में 20,500 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से हस्तांतरित की।
इस अवसर पर बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 62,159 किसानों को 13 करोड़ 61 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई। इस जिले स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन बाजारपारा स्थित ऑडिटोरियम भवन में कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विभाग बलरामपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम को किसान दिवस के रूप में मनाया गया।
इस मौके पर कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हीरामुनी निकुंज, रेडक्रॉस सोसायटी अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश जायसवाल, कृषि स्थाई समिति अध्यक्ष श्री बद्री यादव, सदस्य श्रीमती अपर्णा दीक्षित, जनपद अध्यक्ष सुश्री सुमित्रा चेरवा, उपाध्यक्ष श्रीमती बबली देवी सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे।
अपने संबोधन में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हीरामुनी निकुंज ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चलाई जा रही किसान हितैषी योजनाएं देश के ग्रामीण अंचलों के लिए वरदान हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाएं किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही हैं।
रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश जायसवाल ने कहा कि देश की बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर है और सरकार द्वारा किसानों को पारंपरिक फसलों के साथ वैकल्पिक फसलों की ओर प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हो।
कृषि विभाग के उप संचालक श्री रामचंद्र भगत ने बताया कि जिले में 62,159 किसानों का पंजीयन प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में हुआ है, जिन्हें तीन किस्तों में वार्षिक 6000 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है।
कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जी.के. निगम, अनिल कुमार सोनपाकर, आरती कुजूर, डॉ. अनूप कुमार पाल सहित कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
प्रशासन द्वारा विकासखंड और पंचायत स्तर पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी कराया गया, जिससे अधिकाधिक किसान लाभान्वित हो सके। यह योजना 1 दिसंबर 2018 को शुरू की गई थी और तब से अब तक लाखों किसान इससे लाभान्वित हो चुके हैं।


