30 जुलाई 2025 – जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माण कार्यों में लगातार लापरवाही और देरी को लेकर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने कड़ा रुख अपनाते हुए 9 ठेकेदारों के टेंडर निरस्त करने और उन्हें ब्लैकलिस्ट करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी, सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, सहायक कलेक्टर अक्षय डोसी, एसडीओ, सब इंजीनियर एवं ठेकेदार उपस्थित थे। बैठक में जल जीवन मिशन की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई।

कलेक्टर ने दो टूक कहा कि मिशन मोड में चल रही इस योजना में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब से हर माह कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित होगी और भौतिक सत्यापन के आधार पर वास्तविक प्रगति का मूल्यांकन होगा। कार्य अधूरे या धीमे पाए जाने पर ठेकेदारों पर अनुबंध की शर्तों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिन 9 ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनमें मे. गुप्ता ट्रेडिंग कंपनी, मे. जितेश्वर साहू, मे. अजय सेल्स, मे. मुकुल मन्नत कंस्ट्रक्शन, मे. आशीष ट्रेडर्स एंड कंस्ट्रक्शन (रायगढ़), श्री दुर्गेश चंद्रा, मे. हरिकृष्णा कंस्ट्रक्शन, मे. हीरादेवी (जांजगीर-चांपा), और मे. के.पी. राठौर (जांजगीर-चांपा) शामिल हैं।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि पूर्ण हो चुके कार्यों को तुरंत पंचायतों को हैंडओवर किया जाए। इसके लिए सीईओ जनपद और विभागीय अधिकारियों की टीम स्थलों का निरीक्षण कर मापदंडों के अनुरूप कार्य पूर्ण पाए जाने पर हैंडओवर प्रक्रिया पूरी करें।
कुछ परियोजनाओं में जल स्रोत की कमी पर बोर खनन के निर्देश दिए गए, वहीं सोलर विलेज योजनाओं में क्रेडा द्वारा कार्य शीघ्र पूर्ण करने और नल कनेक्शन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि योजना के प्रभावी क्रियान्वयन, गुणवत्ता और गति में कोई समझौता नहीं होगा। सभी अधिकारियों और ठेकेदारों की जवाबदेही तय की जाएगी।