मुंगेली, 23 जुलाई 2025।
शासकीय प्राथमिक शाला बछेरा में आज हैप्पी रैनी डे एवं गेड़ी डे का आयोजन सहायक शिक्षक लक्ष्मी कांत जड़ेजा के मार्गदर्शन में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों को वर्षा ऋतु का महत्व समझाया गया, साथ ही हरेली पर्व की छत्तीसगढ़ी परंपरा और उससे जुड़ी सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराया गया।

शिक्षक लक्ष्मी कांत जड़ेजा ने बच्चों को वर्षा ऋतु के लाभ विस्तार से समझाए। उन्होंने बताया कि वर्षा हमारे दैनिक जीवन व कृषि कार्यों के लिए कितनी आवश्यक है। जल, जंगल और जमीन की समृद्धि वर्षा पर निर्भर करती है। बारिश से हरियाली आती है, नदियाँ, तालाब व झरने जल से भर जाते हैं, जिससे पर्यावरण में संतुलन बना रहता है और जनजीवन में आनंद छा जाता है।
गेड़ी डे और हरेली पर्व की परंपरा को किया जीवंत
हरेली पर्व छत्तीसगढ़ का पहला पारंपरिक त्योहार है, जिसे पूरे प्रदेश में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस पर्व पर कृषि उपकरणों की पूजा की जाती है, जिससे सुख, समृद्धि व अच्छे फसल की कामना की जाती है। बच्चों को गेड़ी, भौंरा, पिट्ठल, फुगड़ी और खो-खो जैसे पारंपरिक खेलों का महत्व भी बताया गया।
इस विशेष अवसर पर विद्यार्थियों के लिए कई प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं:
छाता दौड़ प्रतियोगिता में सविता साहू ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
गेड़ी दौड़ प्रतियोगिता में दिनेश्वर साहू अव्वल रहे।
भौंरा प्रतियोगिता में हिमांशु ने पहला स्थान पाया।
पिट्ठल में नमन और
खो-खो प्रतियोगिता में आशी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के समापन पर प्रधान पाठक श्री जागेश्वर साहू, सहायक शिक्षक लक्ष्मी कांत जड़ेजा और सहायक शिक्षक श्रीमती विमलेश्वरी यादव द्वारा सभी विजेता प्रतिभागियों को एक-एक पेन देकर सम्मानित किया गया। इस आयोजन से बच्चों में उत्साह और आनंद देखने को मिला।
विद्यालय प्रांगण में छत्तीसगढ़ी संस्कृति और परंपरा को जीवंत कर यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।