धरती आबा अभियान से आदिवासी परिवारों को मिल रही योजनाओं की सौगात
आधार, आयुष्मान, राशन कार्ड, बीमा, स्वास्थ्य परीक्षण और पोषण वाटिकाओं का मिल रहा लाभ
रायपुर, 13 जुलाई 2025।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत प्रदेश के सुदूर आदिवासी अंचलों में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। कोरिया जिले के सोनहत और बैकुंठपुर विकासखंड में हजारों पात्र आदिवासी परिवारों को सरकारी योजनाओं से सीधे जोड़ा जा रहा है, जिससे उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।

शासन की योजनाओं का सीधा लाभ
जनपद पंचायत सोनहत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि विकासखंड की 2,626 लक्षित परिवारों और 9,320 की जनसंख्या के लिए आधार कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड, राशन कार्ड, पेंशन, श्रम कार्ड, जॉब कार्ड और बीमा योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुंचाया जा रहा है।
- पेंशन योजना के तहत 85 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें 28 स्वीकृत, 7 अपात्र और शेष प्रक्रियाधीन हैं।
- अब तक 111 जाति प्रमाण पत्र और 100 निवास प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं।
- मनरेगा जॉब कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, जीवन ज्योति बीमा और सुरक्षा बीमा योजना जैसी योजनाएं भी लाभान्वित कर रही हैं।
स्वास्थ्य सेवाएं और पोषण पर फोकस
अभियान के तहत सुदूर क्षेत्रों में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
- टीबी और सिकलसेल की जांच, उपचार और दवाइयों का निःशुल्क वितरण आयुष विभाग द्वारा किया जा रहा है।
- बैकुंठपुर विकासखंड में अब तक 23 क्षय रोग के सक्रिय मरीज चिन्हित किए गए हैं।
- 391 जाति प्रमाण पत्र, 361 निवास प्रमाण पत्र और 269 राशन कार्ड बनाए गए हैं।
- 2,837 पोषण वाटिकाएं तैयार की गई हैं ताकि कुपोषण की समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सके।
- मिशन इंद्रधनुष के तहत बच्चों और माताओं के लिए नियमित टीकाकरण भी किया जा रहा है।
प्रगति की डिजिटल निगरानी
अभियान की प्रगति और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए धरती आबा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी की जा रही है। इस पहल का उद्देश्य दूरस्थ और वंचित आदिवासी समुदायों को सीधे शासन की योजनाओं से जोड़ना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।