संतोष कश्यप | बलरामपु ब्यूरो, 11 जुलाई 2025
बलरामपुर जिले के त्रिकुंडा थाना अंतर्गत तातापानी चौकी क्षेत्र में अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्ति की ज़मीन पर जबरन कब्जे और जातिगत अत्याचार के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
घटना का विवरण
ग्राम तेतरडीह निवासी विक्कीलाल मरकाम (35 वर्ष) ने चौकी तातापानी में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उसकी पत्नी पार्वती मरकाम पिछले 15 वर्षों से मायके में रह रही है और उसका अन्य व्यक्ति से संबंध है। 27 जून की सुबह करीब 7 बजे बिपत गुप्ता पार्वती मरकाम, झारी साय और अन्य के साथ वाहन में सवार होकर तेतरडीह पहुँचा और विक्कीलाल को जातिगत गालियाँ देते हुए धमकी दी कि वह उसकी ज़मीन पर जबरन कब्जा कर खेती करवाएगा।
विवाद के दौरान विक्कीलाल की बहनें रामपति सुषमी और कलावती से आरोपियों की कहासुनी बढ़ गई, जिसके बाद लाठी-डंडों से हमला कर उन्हें घायल कर दिया गया। बीच-बचाव करने आए विक्कीलाल और उसके बहनोई शिवरतन गोड़ पर भी हमला किया गया और शिवरतन की मोटरसाइकिल को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
थाने में दर्ज अपराध
पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर अपराध क्रमांक 102/2025 के अंतर्गत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296, 351(2), 115(2), 191(3), 331(5), 324(6) एवं अनुसूचित जाति जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3(1)(द), 3(1)(ध), 3(2)(V-क) के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ की।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्ति की भूमि पर ट्रैक्टर से जबरन जुताई कर कब्जा करने की कोशिश की थी।
गिरफ्तार आरोपी
इस गंभीर मामले में पुलिस ने 10 जुलाई 2025 को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया:
प्रदीप कुमार पटवा (48 वर्ष), ग्राम सुलसुली
पार्वती मरकाम (39 वर्ष), ग्राम तेतरडीह
उर्मिला (37 वर्ष), ग्राम ओदारी
झारी साय (35 वर्ष), ग्राम पलगी
सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।
