मुंगेली, 14 अक्टूबर 2025। अचानकमार टाइगर रिज़र्व की प्रतिभाशाली युवा कलाकार रागिनी धुरवे ने अपनी गोंड चित्रकला के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। भारत सरकार की नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA), नई दिल्ली द्वारा आयोजित “साइलेंट कंजर्वेशन फ्रॉम मार्जिन टू सेंटर” राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में रागिनी की कलाकृति का चयन किया गया।

नई दिल्ली में आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रदर्शनी में देशभर के लगभग 50 कलाकारों की कृतियाँ प्रदर्शित की गईं। रागिनी की गोंड कला को विशेष रूप से भारत के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सम्मानित करने हेतु प्रदर्शित किया गया। उनकी कलाकृति में अचानकमार के प्राकृतिक सौंदर्य, वन्यजीवों और जनजातीय जीवन की संस्कृति को अद्भुत कलात्मकता के साथ उकेरा गया है।
कला, संस्कृति और परंपरा का संगम
अचानकमार टाइगर रिज़र्व जैव विविधता और वन्यजीवों के साथ-साथ जनजातीय संस्कृति का भी केंद्र रहा है। रागिनी धुरवे की यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि इस मिट्टी की युवा पीढ़ी परंपरा और सृजनशीलता को साथ लेकर राष्ट्रीय मंचों पर पहचान बना रही है।
स्थानीय प्रतिभा को राष्ट्रीय पहचान
रागिनी की सफलता से न केवल अचानकमार क्षेत्र, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ को गर्व की अनुभूति हुई है। उनकी यह उपलब्धि राज्य की आदिवासी कला और लोक परंपरा को नई दिशा प्रदान करेगी। गोंड चित्रकला के जरिये रागिनी ने यह संदेश दिया है कि प्रकृति और जंगलों की गोद में भी सृजन की आवाज़ उतनी ही प्रखर है, जितनी किसी महानगर में।
रागिनी धुरवे की इस उपलब्धि पर जिले के जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और नागरिकों ने उन्हें बधाई दी है। यह सफलता निश्चित रूप से क्षेत्र के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत साबित होगी।