मुंगेली, 05 अक्टूबर 2025 — प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी मुंगेली द्वारा बिरनपुर मामले को लेकर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिलासपुर के पूर्व विधायक शैलेश पांडेय और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष घनश्याम वर्मा सहित जिला, शहर, ब्लॉक एवं सभी प्रकोष्ठों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

पत्रकारों से चर्चा करते हुए शैलेश पांडेय ने कहा कि सीबीआई की चार्जशीट से स्पष्ट हो गया है कि बिरनपुर प्रकरण में भाजपा ने सांप्रदायिक और जातीय कार्ड खेला था। चार्जशीट के अनुसार यह मामला दो बच्चों के विवाद से शुरू हुआ, जो दो परिवारों तक पहुंचकर बाद में सामुदायिक विवाद का रूप ले लिया। जांच में किसी भी प्रकार का राजनीतिक षड्यंत्र नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सीबीआई जांच के बिंदु इस तरह तय किए थे कि यदि उसमें राजनीतिक षड्यंत्र शामिल होता, तो भाजपा की साजिश उजागर हो जाती।
वहीं, जिलाध्यक्ष घनश्याम वर्मा ने कहा कि चार्जशीट से यह साबित हो गया है कि भाजपा ने उस समय कांग्रेस सरकार पर जो आरोप लगाए थे, वे झूठे और भ्रामक थे। यह सब भाजपा द्वारा चुनावी लाभ लेने की राजनीतिक साजिश का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की थी। उनके दौरे के दौरान आगजनी और भड़काऊ भाषणों ने स्थिति को और गंभीर बना दिया।
वर्मा ने आगे कहा कि भाजपा ने इस घटना का इस्तेमाल कांग्रेस के खिलाफ एक समाज को भड़काने और आगामी विधानसभा चुनाव में धार्मिक ध्रुवीकरण के लिए किया। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपनी चुनावी सभाओं में इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को धार्मिक विवाद से जोड़कर प्रस्तुत किया। भाजपा ने मृतक भुनेश्वर के पिता ईश्वर साहू को टिकट देकर सहानुभूति बटोरने की साजिश रची।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सीबीआई जांच से यह भी साबित हुआ कि उस समय कांग्रेस सरकार ने जो कार्यवाही की थी, वह पूरी तरह सही थी। सीबीआई की रिपोर्ट में अंजोर यदु के खिलाफ कोई आरोप नहीं पाया गया, जबकि भाजपा नेताओं ने जानबूझकर उनका नाम उछाला। इससे साफ है कि बिरनपुर कांड भाजपा की सुनियोजित राजनीतिक साजिश थी।
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा की इस साजिश से पार्टी को राजनीतिक नुकसान हुआ, लेकिन सच्चाई अब सामने है। चार्जशीट के बाद तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष और वर्तमान उप मुख्यमंत्री अरुण साव को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देकर जनता से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगने की मांग की।
इस मौके पर शैलेश पांडेय, घनश्याम वर्मा, श्याम जायसवाल, आत्मा सिंह क्षत्रिय, हेमेन्द्र गोस्वामी, रोहित शुक्ला, स्वतंत्र मिश्रा, दिलीप बंजारा, अरविंद वैष्णव, अभिलाष सिंह, आरिफ खोखर, उर्मिला यादव, मंजू शर्मा, अनीता विश्वकर्मा, इंद्रजीत कुर्रे, राजेश छेदईया, सागर सोलंकी, जलेश यादव, भूपेन्द्र साहू, विष्णु खांडे, असद खोखर, विनय कुमार, तारणी विश्वकर्मा, सतीश यादव, मनहरण, अखिलेश साहू, राजेश सोनी और धीरेन्द्र कुमार सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।