छत्तीसगढ़ में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं: सुखदेव ने अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीता स्वर्ण पदक
1500 मीटर दौड़ में रचा इतिहास, राज्य के लिए गौरव का क्षण
रायपुर, 13 जुलाई 2025।
छत्तीसगढ़ की प्रतिभाएं देश-विदेश के खेल मंचों पर लगातार राज्य का नाम रोशन कर रही हैं। इसी कड़ी में महासमुंद जिले के बागबाहरा निवासी नेत्रहीन धावक सुखदेव ने 7वीं ओपन पैरा एथलेटिक्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है।
11 से 12 जुलाई तक बेंगलुरु स्थित कांतिराव एथलेटिक्स स्टेडियम में आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में सुखदेव ने 1500 मीटर की दौड़ केवल 4.36 मिनट में पूरी कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
फॉर्चून फाउंडेशन से शुरुआत, अब SAI बेंगलुरु में अभ्यास
सुखदेव ने फॉर्चून नेत्रहीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, करमापटपर (बागबाहरा खुर्द) में प्रशिक्षक निरंजन साहू के मार्गदर्शन में अभ्यास शुरू किया। वर्तमान में वे भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI), बेंगलुरु में नियमित प्रशिक्षण ले रहे हैं।

यह कोई पहली उपलब्धि नहीं है —
- खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025, नई दिल्ली में 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक
- 23वीं राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप, चेन्नई में भी 1500 मीटर में स्वर्ण पदक
प्रेरणास्त्रोत बने सुखदेव
सुखदेव की इस उल्लेखनीय सफलता ने यह साबित कर दिया है कि कठिन परिस्थितियाँ भी प्रतिभा और लगन के सामने बाधा नहीं बन सकतीं। उनकी उपलब्धि विशेष रूप से अन्य दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।
प्रशासन और समाज की शुभकामनाएं
सुखदेव को इस उपलब्धि पर महासमुंद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, सीईओ जिला पंचायत एस. आलोक, उप संचालक समाज कल्याण संगीता सिंह, खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी मनोज धृतलहरे, जिला शिक्षा अधिकारी विजय लहरे, प्रशिक्षक निरंजन साहू और छत्तीसगढ़ पैरा स्पोर्ट्स संघ के पदाधिकारियों ने बधाई दी।
खेलों में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, संसाधन और प्रोत्साहन राशि देकर हर स्तर पर सहयोग दिया जा रहा है। विशेष रूप से दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं ताकि वे अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर सकें।