मुंगेली, 11 अप्रैल 2025
अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा हाल ही में दिल्ली में आयोजित जिलाध्यक्षों के अधिवेशन के ठीक बाद मुंगेली जिला कांग्रेस कमेटी में एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री घनश्याम वर्मा ने नगर पालिका परिषद उपाध्यक्ष चुनाव में क्रॉस वोटिंग के मामले को गंभीरता से लेते हुए गांधी वार्ड के एक कांग्रेस पार्षद को 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
क्रॉस वोटिंग से उपाध्यक्ष पद कांग्रेस के हाथ से फिसला
मुंगेली नगर पालिका परिषद में कुल 22 सीटों में से 11 पार्षद कांग्रेस के हैं और अध्यक्ष पद पर भी कांग्रेस का ही कब्जा है। इसके बावजूद हाल ही में हुए उपाध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस को मात्र 9 वोट ही मिले, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि पार्टी के भीतर से ही क्रॉस वोटिंग हुई है। इस अप्रत्याशित परिणाम के बाद पार्टी ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया था।
जांच कमेटी की सिफारिश पर निष्कासन
जांच के लिए गठित कमेटी में दिलीप कौशिक को संयोजक और संजय यादव व स्वतंत्र मिश्रा को सदस्य बनाया गया था। कमेटी ने 10 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट जिलाध्यक्ष को सौंपी, जिसके आधार पर गांधी वार्ड के पार्षद को दोषी ठहराते हुए निष्कासित कर दिया गया।

पार्टी विरोधी गतिविधियों पर ‘जीरो टॉलरेंस’
जिलाध्यक्ष श्री वर्मा ने पहले ही अपने कार्यभार ग्रहण के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि पार्टी विरोधी गतिविधियों पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई जाएगी। उन्होंने कहा, “कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश कांग्रेस को अवगत कराने के बाद यह निष्कासन निर्णय लिया गया है। शेष दोषियों की जांच भी जारी है और शीघ्र ही और कार्यवाहियां की जाएंगी।”

भविष्य में और सख्त कदमों की संभावना
अखिल भारतीय कांग्रेस के अधिवेशन के बाद लिए गए इस निर्णय को संगठनात्मक अनुशासन की दिशा में एक ठोस संदेश के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आगे भी ऐसे सख्त कदमों की पूरी संभावना बनी हुई है, जिससे संगठन को मजबूत बनाए रखा जा सके।